छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन पर आधारित पुस्तक का हुआ विमोचन
निवाड़ी। छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा स्थापित हिंदवी स्वराज की स्थापना के 350 वर्ष पूर्ण होने पर आज जिला मुख्यालय पर स्थित अटल सभागार में छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन पर आधारित पुस्तक का विमोचन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वारा किया गया। विमोचन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में नगर के गणमान्य एवं प्रतिष्ठित व्यवसायी आलोक मोदी उपस्थित रहे तथा मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग कार्यवाह वीरेंद्र जी के द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन पर अपना सारगर्भित उद्बोधन दिया गया। विमोचन समारोह में छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन पर आधारित पुस्तक का विमोचन मंच पर आसीन अतिथियों के द्वारा हिंदू संस्कृति के अनुसार केले के पत्ते से ढकी पुस्तक से किले के पत्ते को हटाकर किया गया तत्पश्चात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के छतरपुर के विभाग के विभाग कार्यवाह वीरेंद्र जी असाटी के द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन चरित्र का वर्णन करते हुए अपना उद्बोधन दिया गया। आयोजन में छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन पर प्रकाश डालते हुए विभाग कार्यवाह वीरेंद्र जी ने बताया कि छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म 1630 में हुआ था जब अपने भारत देश में मुगलों का शासन था और हिंदू समाज में निराशा का वातावरण निर्मित हो रहा था तब छत्रपति शिवाजी महाराज ने अपनी 16 वर्ष की उम्र में ही हिंदू समाज की चेतना को जगाने का प्रयास प्रारंभ किया और हिंदू समाज को भी छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रयासों में एक आशा की किरण नजर आने लगी। छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन पर प्रकाश डालते हुए विभाग कार्यवाह वीरेंद्र जी ने बताया कि छत्रपति शिवाजी महाराज का हम जन्मदिन नहीं मानते हैं और ना ही उनकी पुण्यतिथि मनाते हैं लेकिन उनके राज्य अभिषेक के दिन को हम मानते हैं और आज निवाड़ी जिले का भी गौरव दिवस है इसलिए आज के दिन का महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है। श्री वीरेंद्र जी ने बताया कि छत्रपति शिवाजी महाराज के हिंदवी स्वराज की स्थापना के आज 350 वर्ष पूर्ण हुए हैं और इस अवसर पर छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन चरित्र पर आधारित पुस्तक का विमोचन यहां किया जा रहा है। छत्रपति शिवाजी महाराज ने हिंदवी स्वराज की स्थापना के साथ लगभग 276 युद्ध किये और 300 किले जीते लेकिन शिवाजी महाराज ने अपने राज्य की सीमाओं का विस्तार न कर केवल साधारण व्यक्ति में असाधारण गुण भरने तथा राष्ट्र प्रेम की भावना को जागृत करने के साथ-साथ नारी के प्रति सम्मान की भावनाओं को जागृत करने का काम किया।आज हमें उनके जीवन से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है तथा देश में फैले अलगावबाद एवं आतंकवाद से लड़ने के लिए घर-घर में शिवाजी महाराज जैसी प्रतिभा पैदा करने की आवश्यकता है। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कई स्वयंसेवक कार्यक्रम के आयोजक अनुराग चतुर्वेदी एवं नगर के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
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