ग्राम पंचायत लिधौरा व कुँवरपुरा में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही सरकार की राशि

 



बिना कार्य करवाये निकाला भुगतान अधिकारियों के संज्ञान में है मामला फिर भी मौन ।।



 शानू अली@NEWS17 डेस्क


बड़ामलहरा जनपद क्षेत्र में मनरेगा योजना व हितग्राही मूलक योजनाओं में व्यापक धांधली की जा रही है। ग्राम पंचायतें बगैर निर्माण के ही भुगतान आहरण कर रही है वहीं मनरेगा के काम मशींनों से कराकर शासन की योजना को चपत लगाई जा रही है। 


ग्राम पंचायत लिधौरा  में विकास कार्यों में अनिमित्ताऐं की जा रही है। अधिकारियों के गैर जिम्मेदाराना रवैया से बगैर निर्माण कार्य के ही भुगतान निकाला जा रहा है। बताया जा रहा है कि, आंगनवाड़ी व कंक्रीट रोड निर्माण कार्यों में भी लीपापोती की गई है।


जनपद पंचायत क्षेत्र की ग्राम पंचायत लिधौरा में मनरेगा योजना के निर्माण कार्यों में धांधली की गई है। ग्रामीण बताते है कि, कंक्रीट रोड, आंगनवाड़ी भवन निर्माण, व्यक्तिगत कूप निर्माण  कार्यों को दिखाकर लाखों रुपये की हेराफेरी की गई है जबकी जमीनी हकीकत में कुछ नजर ही नही आ रहा।

 ऐसा ही मामला ग्राम पंचायत कुंवरपुराकलां   का प्रकाश में आया था जांच अधिकारी मामले की लीपापोती में लगे हैं। ग्रामीणों ने जिला पंचायत कार्यालय में एक आवेदन देकर जांच प्रतिवेदन मांगा है।


    ग्राम पंचायत कुंवरपुराकलां में वर्ष 2017-18 में मनरेगा योजना अंतर्गत नवीन तालब स्वीकृत हुआ है।


11.75 लाख रुपये से चौडाहार में बनाऐ गये नवीन तालाब का काम मजदूरों की जगह मशीनों से कराया गया है और मस्टर पर मजदूरों की उपस्थिति दर्शाकर भुकतान निकाला गया। तकनीकी प्राक्कलन अनुसार 7 लाख रुपये मजदूरी व करीब 4 लाख 70 हजार रुपये मटेरियल पर व्यय होना प्रस्तावित है। निर्माण ऐजेंसी ग्राम पंचायत ने नियमों को दरकिनार कर काम कराया है ग्रामीण बताते है कि, पोखर में मशीन चलाकर तालाब बनाया गया है। मशीन मशीन से पोखर की मिट्टी का उपयोग सूदूर सडक में किया गया है। विभाग की मानें तो नवींन तालाब निर्माण में 7 लाख 06 हजार 656 रुपये मजदूरी, 1 लाख 82 हजार रुपये मटेरियल व 2 लाख 86 हजार 320 रुपये परिवहन पर व्यय किया गया है।


      गेवियन संरचना निर्माण में धांधली

ग्राम पंचायत कुंवरपुराकलां में पुरानें चेकडेम को गेवियन संरचना बताकर शासकीय राशि का आहरण किया है। ग्रामीण बताते है कि, सिलारों नाला 10 नग, खैरी नाला 8 नग, अमरनाला 10 नग, कुलरयाऊ नाला 10 नग, कारीहार की नरैया व गडरयरा नाला, मौनतेल नाला पर एक एक बोल्डर चेकडेम निर्माण पूर्व में पंचायत द्वारा कराया गया था। निर्माण कार्य के उपरांत तकनीकी मापदंड अनुसार मूल्याकन के बाद उनका भुकतान भी हुआ है। चालू वर्ष में मनरेगा मद से 7.26 लाख रुपये ग्रेवियन स्ट्रेक्चर पर खर्च होना प्रस्तावित है। ग्रामीण बताते है कि, कारीहार की नरैया पर बोलडर चेकडेम के पत्थरों का उपयोग गेवियन स्ट्रेचर निर्माण में किया गया है।

 सूदूर सडक व सीमेंट कंक्रीट सडक निर्माण में भी धांधली

 ग्राम पंचायत कुंवरपुराकला में प्रधानमंत्री ग्राम सडक से बरियापुरा तक सूदूर ग्राम संपर्क सडक का काम प्रगतिरत है। ग्रामीणों का आरोप है कि, निर्माण ऐजेंसी काम में नियमों की अनदेखी कर रही है। पंचायत, अमलता की नरैया से मिट्टी उठाकर गुणबत्ताहीन निर्माण करा रहे है। बताते है कि, 25 जून 2019 को ट्रांसफार्मर से बब्लू यादव के घर तक 6.69 लाख रुपये लाख रुपये की लागत से पंचपनमेश्वर मद से सीमेंट कंक्रीट सडक स्वीकृत हुई है। निर्माण ऐजेंसी ने तकनीकी मापदंड की अनदेखी कर आधी अधूरी सडक बनाई है। निर्माण कार्य पर पंचायत ने 2लाख से अधिक मजदूरी पर खर्च दिखाया और शेष रकम मटेरियल खरीदी में खर्च की गई है।


 


 जांच में लीपापोती की आशंका

ग्राम पंचायत कुंवरपुराकलां में मनरेगा योजना में लाखों रुपये का घालमेल किया है। व्यापक अनिमित्ताऐं 2 माह पूर्व उजागर हो चुकी है वावजूद इसकें जिम्मेदार अधिकारियों ने मामले में रुचि नहीं ली। विभाग की मानें तो जिलास्तरीय टीम जांच के लिए ग्राम पंचायत गई थी और प्रतिवेदन भी तैयार किया इसके बाद मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया। माना जा रहा है कि, अधिकारी ले-देकर मामले को रफा दफा करनें में लगे है। ग्रामीणों ने जिला पंचायत सीईओ को एक लिखित आवेदन देकर जांच प्रतिवेदन मांगा है।

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