टीकमगढ़:-आमजन को नियम बताने बाले माननीय ने उड़ाई नियमो की धज्जियां!!


पूर्व में स्वयं रह चुके हैं कोरोना पीड़ित

प्रशासनिक बैठक में कोरोनाकाल का हवाला देकर बनाई थी नियमावली



टीकमगढ़। जब कोई नियम बनाया जाता है तो कहा जाता है कि ये सारे नियम कायदे सिर्फ आमजन के लिए ही बनते हैं। उक्त बात को टीकमगढ़ विधायक राकेश गिरी सही साबित भी कर रहे हैं क्योंकि बढ़ते कोरोना तांडब को देखते हुए प्रशासनिक अधिकारियों एबं जनप्रतिनिधियों की एक बैठक की गई थी जिसमे शासन द्वारा निर्धारित नियमो के पालन करने की बात की गई थी। उक्त बैठक में बड़े ही जिम्मेदाराना तरीके से विधायक राकेश गिरी ने कोरोना का हवाला देकर कई विन्दुओ पर नियम बनाये जाने की पैरवी की थी लेकिन विधायक जी स्वयं उन नियमो की धज्जियां उड़ाते हुए देखे जा रहे हैं। अगर कोई आमजन बिना मास्क के या सही तरीके से मास्क न लगाये मिल जाये तो तत्काल उसकी हर्जाने की रशीद काटी जा रही है लेकिन विधायक राकेश गिरी स्वयं नाममात्र के लिए मास्क लगाए अक्सर दिखाई दे रहे हैं लेकिन मजाल है कि कोई विधायक जी की रशीद काट सके। हैरानी की बात तो ये है कि पूर्व में विधायक राकेश गिरी स्वयं कोरोना से पीड़ित भी रह चुके हैं। कोरोना पीड़ित रहने के बाबजूद इस तरह की लापरवाही की जाना गम्भीर चिंता का विषय है। जब एक जनप्रतिनिधि विधायक स्वयं कोरोना नियमो को लेकर गम्भीर न हो तो जनता से गम्भीरता और जिम्मेदाराना रबैये की आशा करना बेमानी सा लगता है।
ताजा उदाहरण टीकमगढ़ विधानसभा क्षेत्र के ग्राम गोपालपुरा के गोसाई के मजरा का सामने आया है जहां आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद विधायक राकेश गिरी सहित अन्य अतिथियों द्वारा या तो मास्क लगाए ही नही गए, और अगर मास्क लगाए भी थे तो नाममात्र के लिए। कार्यक्रम के दौरान मंच से राकेश गिरी का साल श्रीफल स्मृति चिन्ह से सम्मान भी किया गया। लेकिन कार्यक्रम में कोरोना नियमो की खुलेआम धज्जियां उड़ाई गयी। इस दौरान विधायक राकेश गिरी ने मंच से ग्राम में मुख्य द्वार पर गेट बनवाने के लिए दो लाख रुपये और मंदिर बनवाने के लिए एक लाख रुपये की घोषणा भी की।
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DEVESH KUMAR GUPTA DIRECTOR NEWS 17TV