टीकमगढ़:-प्रतिष्ठित व्यापारी ,समाजसेवी बालचन्द जैन"कारी" वालों का आज रात्रि 1:20 बजे झांसी में निधन हो गया था! जूली, मोंटू एवं रिंकू कारी वालो के पिताजी श्री बालचन्द जी पिछले 3-4 माह से कैंसर जैसी घातक बीमारी से जूझ रहे थे,श्री बालचन्द जी की बीमारी का पता लगते ही उनके पुत्र उन्हें मुम्बई इलाज के लिये ले गये थे,जहाँ टाटा मेमोरियल अस्पताल में उनका इलाज किया जा रहा था इलाज में लंबे अंतराल पर उन्हें भोपाल लाया गया,घर आने की इक्क्षा पर उनके परिजन उन्हें टीकमगढ़ लेकर आये,यहां 3 दिन पहले तवियत विगड़ने पर उन्हें लाइफ लाइन अस्पताल झांसी शिफ्ट किया गया,फेफड़ों में अत्यधिक इंफेक्शन के कारण उनकी हालत बिगड़ती गई और वेंटीलेटर सपोर्ट पर रात्रि 1:20 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली,उनका पार्थिव देह को टीकमगढ़ लाया गया!
उनके निज निवास प्रधानपुरा से प्रातः 9 बजे उनकी अंतिम यात्रा स्थानीय मुक्तिधाम के लिये निकली,जहाँ उनका अंतिम संस्कार किया गया,इस अवसर पर राजेन्द्र चौधरी, प्रो.इंद्रजीत जैन,सुधीर बजाज,अनिल बड़कुल,संजय लोहिया, राजीव वर्धमान, श्रीपाल नायक,सुरेश मबई सहित भारी संख्या में जन समुदाय उपस्थित था!
गौरतलब हैं कि 3 वर्ष पूर्व श्री बालचन्द जैन कारी एवं उनकी पत्नी को संत शिरोमणि आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के ज्येष्ठ एवं श्रेष्ठ शिष्य मुनि श्री 108 समय सागर जी महाराज के सानिध्य में हुये पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव में भगवान के मातापिता बनने का अवसर प्राप्त हुआ था!

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