*दिल्ली से महोबा का सफर 6 दिन में*
*News17टीवी,ब्यूरो चीफ शिवम सोनी,छत्तरपुर*
छत्तरपुर:हरपालपुर।ऐसी भीषण गर्मी व तेज धूप के प्रकोप में भी मजदूर तीन पहिया के रिक्से से मजदूर अपने बच्चों व परिवार को लेकर अपने घर के लिए निकाल पड़ा।
कोरोना वायरस महामारी ने मजदूरों को महानगरो से रिक्से से चलकर अपने घर की मंजिल तय करने में लगा हुआ है।
इन दिनों मध्यप्रदेश से होकर गुजरने वाले झाँसी मिर्जापुर नेशनल हाईवे पर दिख रहा नजारा अचंभित करने वाला है।बड़ी संख्या में मजदूर सड़क पर नजर आ रहे हैं। न इनके पैरों में चप्पल है और न ही इनके बदन को ढंकने के लिए पूरे कपड़े हैं।चिलचिलाती धूप में पैदल चल रहे मजदूरों के पैर में फफोले दिख रहे हैं। पूरा शरीर पसीने से भीगा हुआ है।न तो इनको ठंडा पानी तक को ठीक से नशीब नही हो पा रहा।न समय से खाना मिल रहा।मजदूर अपने परिवार व बच्चो के साथ मे रूखा सूखा खाकर अपने व अपने परिवार की भूख मिटाते है।हाथों में सामान और सिर पर गठरी रखकर ये लोग चले जा रहे हैं। ये मजदूर मप्र, व यूपी, राज्य के है जो लॉकडाउन की वजह से दिल्ली में फंसे हुए थे।जब इनके पास खानेपीने को कुछ नहीं बचा। रोजगार भी छिन गया और भीख मांगने जैसी नौबत आ गई, तब ये लोग दिल्ली से बिना किसी की परवाह किए परिवार सहित घर वापसी की और चल पड़े। ऐसा ही एक नजारा हरपालपुर से होकर गुजरने वाले झांसी मिर्जापुर हाइवे पर रविवार दोपहर को आसमान से बरसती आग और तेज धूप में उत्तरप्रदेश के महोबा जिले का निवासी प्रवासी मजदूर दिल्ली से एक जुगाड़ के रिक्शे से दिल्ली से महोबा के लिए तीन बच्चों व पत्नी के साथ 6 दिन से रिक्शे के सफर से हरपालपुर पहुँचा वह यहाँ से अपने घर महोबा के लिए सफर तय करेगा।
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