संपादक देवेश कुमार गुप्ता 9140806531
टहरौली(झांसी) निर्मल गंगा जागरूकता अभियान के अन्तर्गत टहरौली में संचालित राजा भईया वर्मा महाविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना की प्रथम इकाई द्वारा निर्मल गंगा जागरूकता अभियान के अन्तर्गत प्राचार्य डॉ बीरबल पांडे की अध्यक्षता में मनाया गया पर्यावरण संरक्षण नदी तालाब, प्लास्टिक का उपयोग करने एवं स्वच्छता का महत्व गंगा की भौगोलिक स्थिति और गंगा से संबंधित पौराणिक कथाओं पर विचार विमर्श एवं संगोष्ठी की गई, इस दौरान कार्यक्रम अधिकारी डॉ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने बताया है कि राजा भागीरथ के तप की वजह से पृथ्वी पर गंगा का अवतरण हुआ जो हिमालय पर्वत पर भगवान शंकर की जटाओं में विलुप्त हो गई थी भागीरथ जी ने शिव जी को अपने तप से प्रसन्न किया और उनसे एक लट के रूप में गंगा को पृथ्वी पर अवतरित होने का वरदान मांगा जिसमें गंगा हिमालय पर्वत से निकलकर भारत के एक विस्तृत भू-भाग को जन जीवन प्रदान करते हुए गंगासागर में जाकर समुद्र में विलीन हो जाती हैं वर्तमान समय में गंगा का पानी प्रदूषित हो रहा है जिस को शुद्ध करने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए जल ही जीवन है जल के बिना मानव जीवन या किसी भी जीव का पृथ्वी पर जीवन सम्भव नहीं है, इसलिए एक-एक बूंद को बचाना चाहिए अधिक जल का संचय करें प्लास्टिक जल और वायु प्रदूषण में हिंदुस्तान में अपने पैर तेजी से फैला रहे हैं इसके प्रति हमें सचेत रहना चाहिए इस मौके पर विद्यालय HOD कन्हैया लाल कुशवाहा, रामप्रकाश खरे,प्रधानाचार्य धीरेंद्र कुमार, बाबूजी रमजान खान, पुष्पेंद्र कुमार पाल, प्रदीप पटेल आदि उपस्थित रहे कार्यक्रम संचालन माता जी चौरसिया एवं महेश कुमार सेन ने किया।
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