मऊरानीपुर । ग्राम खिलारा निवासी किसान संतोष कुमार पुत्र नौरेलाल ने मुख्यमंत्री के पोर्टल एक शिकायती पत्र भेजकर बताया कि चार महीने पहले प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लिए रजिस्ट्रेशन कराने के लिए तीन प्रतियों में आवेदन पत्र संवंधित राजस्व विभाग को था। फिर भी खाता नंबर मैं सम्मान निधि की राशि नहीं भेजी जा रही है। जिससे कई बार लेखपाल व कृषि विभाग के चक्कर लगाने के बाद भी पीड़ित किसान को सरकारी मदद नही भेजी जा रही है। बताया कि वह कई विभागों में चक्कर लगा चुका है। लेकिन अभी तक उसकी समस्या का हल नहीं किया जा है। इसी प्रकार विमला देवी पत्नी महेन्द्र कुमार, सतीश द्विवेदी पुत्र प्रेमप्रकाश, लक्ष्मन प्रसाद पुत्र जयराम, रामसेवक पुत्र बालाजी आदि किसानों के बैक खाते में किसान सम्मान की राशि नहीं भेजी जा रही है। गांव के लोगों ने लंबित पड़ी धनराशि को मुख्यमंत्री से खातों में जल्द भिजवाने की मांग की है।
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मऊरानीपुर । किसान सेवा सहकारी समिति भण्डरा मैं उवर्रक न होने के से क्षेत्रवासी खाद लेने के लिए समिति के चक्कर काटने को मजबूर है। करन पटेल, शहजाद मंसूरी, सुरेन्द्र द्विवेदी, चंद्रप्रकाश बादल, राहुल सिंह सोलंकी, दीपचंद श्रीवास, प्रकाश, हीरा सिंह परिहार, लक्ष्मी प्रसाद सोनी, कल्याणदास गुप्ता शैलेन्द्र सिंह आदि ने विभाग से यूरिया खाद भंड़रा समिति में भेजे जाने की मांग की।
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मऊरानीपुर । ग्रामों में वर्षो पूर्व वनवाये सरकारी विद्यालय खस्ताहाल में पहुंच गए है। जिस कारण विद्यार्थीयों, शिक्षकों को संकीर्णता होने के कारण परेशानी उठानी पड़ रही है। अभिभावकों ने संवधित ग्राम पंचायत व शिक्षा विभाग से दिनों दिन खराब हो जा रहे परषदीय स्कूलों के नये भवन बनाये जाने की मांग गई की है। मऊरानीपुर शिक्षा विभाग के तहत आने वाले ग्राम पंचंमपुरा के प्राथमिक विद्यालय का निर्माण सन् 1982 में स्थापित किया गया था। जिससे परिषदीय विद्यालय खस्ताहाल में पहुंच गया है। प्रधानाध्यापक देवेंद्र श्रीवास्तव खंड विकास अधिकारी को ज्ञापन देकर बताया कि गांव का गंदा पानी प्रांगण व पुराने भवन में भर रहा है। जिससे कक्षों में जहरीले, जीव, जन्तु प्रवेश कर जाते है। जिस कारण बच्चों के भविष्य को देखते हुए कक्षाएं एक साथ एकल विद्यालय में मजवूरी बस लगाई जा रही है। वही पूर्व माध्यमिक विद्यालय खिलारा व रामगढ़ प्रार्थमिक पाठशाला का निर्माण दस साल पहले हुआ था लेकिन कक्षों की छतें व फर्ष अभी से खराब हालत में पहुंच गए हैं जिससे अध्यापकों ने छात्रों के भविष्य को देखते हुए कमजोर हो चुके कक्षों में कक्षाएं लगानी बंद कर दी है। क्षेत्र के हरपुरा ,पुराना भानपुरा , कुअरपुरा, बसरिया, देवरीघाट, धायपुरा , घाटकोटरा आदि गांवों के परिषदीय विद्यालयों भी जर्जर हालत में पहुंच चुके है। है।
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मऊरानीपुर । कथा व्यास गब्बन तिवारी ने रामचरित मानस का व्याख्यान सुनाते हुए कहा कि शत्रु चाहे कितना ही बलवान हो यदि छोटे व्यक्ति संगठित होकर उसका सामना करे तो उसे हरा देते है वही जैसे छोटे-छोटे तिनकें से बना हुआ छान छपर का मकान मूसलाधार बरसत वर्षा को रोक देता है। वास्तव में एकता में बड़ी भारी शक्ति होती है। रामायण की कथा हमें एक जुट होकर रहने की सीख देती है।
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मऊरानीपुर एवं जिला प्रशासन के आदेश की खुलेआम धज्जियां उड़ा कर स्थानीय अधिकारी पोर्टल चैनल वालों को जमकर दे रहे हैं बाइट जानकारी के अनुसार नगर में इन दिनों लगभग 100 पत्रकार विभिन्न चैनलों व कुछ साप्ताहिक अखबारों की आईसी लेकर सरकारी कार्यालयों में जाकर अपना रौब जमाते हैं यदि कहीं कोई छोटी मोटी घटना घटित होती है वहां पर एक दर्जन से अधिक युवक खड़े होकर अधिकारियों के मुंह पर माइक लगा देते हैं और उनसे पूरी घटना की जानकारी करने लगते हैं जबकि शासन एवं प्रशासन के सख्त आदेश है कि पोर्टल चैनल पर कोई भी अधिकारी अपनी बाइक नहीं देगा इसके बावजूद भी अधिकारी कहीं भी खड़ा हो जाए तो कई लोग माइक लेकर उनके पास पहुंच जाते हैं और पूछने लगते हैं कि आप यहां क्या करने जा रहे हैं अब तो अधिकारी यदि वाहन चेकिंग करते हैं तो पोर्टल चैनल वाले वहां भी पहुंच कर उन्हें परेशान करने लगते हैं जब यह सब दिखावा अधिकारियों पर रौब जमाने के लिए किया जाता है क्योंकि चैनलों पर खबर ना भेजें लोग सीधे अधिकारी वाले ग्रुप में समाचार भेज का पत्रकार बन जाते हैं एवं सरकारी कार्यालयों में तो इनका पूरे दिन जमावड़ा लगा रहता है और वहां अधिकारियों व कर्मचारियों को खबर के नाम पर परेशान करते हैं नगर वासियों ने और जिलाधिकारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का ध्यान आकर्षित कराते हुए नगर में घूम रहे तथाकथित पत्रकारों की जांच करा कर कार्यवाही अमल में लाएं।
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मऊरानीपुर नगर के मुख्य चौराहे एवं भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में खुलेआम खुले रूप से रखे विद्युत ट्रांसफार्मरों के कारण किसी दिन बड़ा हादसा घटित हो सकता है। इन विद्युत ट्रांसफार्मरों में हाई वोल्टेज करंट प्रभावित होता है। इसके बावजूद भी यहां कोई भी सुरक्षा के प्रबंध नहीं हैं। नगर में लगभग दर्जनों की संख्या में नगर के मुख्य चौराहों पर तथा भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में विद्युत ट्रांसफार्मर रखे हुए हैं।जिनसे नगर के विभिन्न क्षेत्रों की विद्युत आपूर्ति की जाती है हाई वोल्टेज करंट प्रभावित करने वाले एवं ट्रांसफॉर्मर कितने खतरनाक साबित हो सकते हैं।इस बात का अंदाजा लगाना बेहद कठिन है। अधिकारियों को यह बात हादसा होने वाले नुकसान से ही समझ में आएगी। खुले रूप से रखे इन ट्रांसफार्मरों से आए दिन जानवर अपना सिर लड़ाते हुए देखे जाते हैं।वहीं बरसात के मौसम में तो कई जानवर अपनी जानें गंवा चुके हैं तथा कई राहगीरों भी करंट का शिकार हो चुके हैं।बताते चलें कि अधिकांश विद्युत ट्रांसफार्मर बाजारों के मुख्य चौराहों मंदिरों व स्कूलों के पास लगे हुए हैं और इन रास्तों पर हजारों लोगों का आना जाना होता है और जिनमे कभी भी लोड बढ़ने से फॉल्ट हो जाता है। और तेज आग की चिंगारीओं के साथ-साथ आग भी लग जाती है। लोगों की माने तो रात के समय में इन हादसों की संख्या में इजाफा हो जाता है। क्योंकि रात के समय तेज गति से आ रहे वाहनों को नहीं पता होता है कि सड़क पर रखा ट्रांसफार्मर खुला हुआ पड़ा है।लोगों का कहना है कि इन ट्रांसफार्मरों से सबसे ज्यादा नुकसान बरसात में होता है। जिसका शिकार अधिकांशतः जानवर हो जाते होते हैं।वह अवैध जानवर इन खुले पड़े पॉक्स के पास भरे पानी के आस पास से गुजरते हैं तो वे करंट लग जाने से काल के गाल में समा जाते हैं।
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मऊरानीपुर घर मे गुसकर महिला के साथ छेड़खानी कर देने का मामला कोतवाली पुलिस ने दर्ज कर लिया।जानकारी के अनुसार मुहल्ला गोपालगंज मऊरानीपुर निवासी श्री मति रेखा पत्नी मनोज ने कोतवाली में दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि मुहल्ले का ही रविकांत आर्य पुत्र रामकिशोर शुक्रवार की रात्रि मेरे घर घुस आया और मेरे साथ छेड़खानी करने लगा।कोतवाली पुलिस ने उक्त आरोपी के विरुद्ध धारा 452,354 के तहत मामला दर्ज कर लिया।
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मऊरानीपुर कोतवाली परिसर में उपजिलाधिकारी सतीशचन्द्र की अध्यक्षता में समाधान दिवस का आयोजन किया गया जिसमें कुल पांच प्रार्थना पत्र आये जो संबंधित लेखपाल व पुलिस को दे दिया।जानकारी के अनुसार शनिवार को कोतवाली परिसर में समाधान दिवस का आयोजन किया गया।जिसमें ग्राम ढकरवारा निवासी केशव नारायण ने दबंगो द्वारा खेत पर से कुआ का पानी निकालने से मना करने पर गाली गलौज करने की,मुहल्ला कुरेचा नाका निवासी गन्ने ने लेखपाल द्वारा जमीन पर कब्जा करने की शिकायत की।जिनको निस्तारण हेतु लेखपाल व पुलिस को दे दिया गया।इस मौके पर क्षेत्राधिकारी जितेंद्र सिंह,कोतवाली प्रभारी सत्यपाल सिंह सहित क्षेत्रो के लेखपाल मोजूद रहे।
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मऊरानीपुर सर्प द्वारा डंस लेने से एक किशोर की हालत बिगड़ गई।जानकारी के अनुसार ग्राम पसोरा थाना गरौठा निवासी संजय पुत्र रविन्द्र को गम्भीर अवस्था मे सामुदायक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया।बताया गया कि सर्प द्वारा काट लेने से हालत बिगड़ गई।हालत में सुधार न होने पर चिकित्सको ने मेडिकल भेज दिया।
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मऊरानीपुर सड़क दुर्घटना में एक बालक गम्भीर रूप से घायल हो गया।जानकारी के अनुसार आशिक पुत्र ब्रजकिशोर निवासी ग्राम टेहरका मध्य प्रदेश को गम्भीर रूप से घायल अवस्था मे सामुदायक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया।बताया गया कि सड़क दुर्घटना में गम्भीर रूप से घायल हो गया।प्राथमिक उपचार के बाद उसकी हालत गम्भीर होने पर चिकित्सको ने मेडिकल कॉलेज भेज दिया।
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मऊरानीपुर तीन लोगों द्वारा एक व्यक्ति के साथ गाली गलौज करते हुए मारपीट कर देने का मामला पुलिस ने दर्ज लिया।जानकारी के अनुसार ग्राम खकोरा निवासी सुनील पुत्र ओमीदास ने कोतवाली में दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि गांव के ही संतोष,राजेश,ब्रजेश पुत्रगण फुंदी ने गाली गलौज करते हुए मारपीट कर दी।पुलिस ने उक्त आरोपियों के विरुद्ध धारा 323,504 के तहत मामला दर्ज कर लिया।
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: मऊरानीपुर भारतीय किसान यूनियन भानु के तत्वधान में किसानों की एक पंचायत ग्राम स्यावनी बुजुर्ग में बुंदेलखंड अध्यक्ष शिव नारायण सिंह परिहार की अध्यक्षता में आयोजित हुई। जिसमें किसान मोहित कुमार ने बताया कि गांव में घरों के ऊपर से निकली 11 हजार की विद्युत लाइन ने मेरे भाई दीपक की जान ले ली। इसके अलावा पांच अन्य लोगों की जाने भी चली गई है। और इस 11 हजार की लाइन से गांव में गंभीर संकट खड़ा हुआ है। इसलिए गांव के घरों के ऊपर से निकली लाइन को शीघ्र हटवाया जाना आवश्यक है। किसान राजेश पटसारिया ने बताया कि गांव में प्रधानमंत्री आवास, शौचालय, किसान सम्मान निधि, पेंशन सहित आदि सरकारी योजनाओं का लाभ गरीब किसानों को नहीं मिल पा रहा है। राजाराम कुशवाहा ने बताया कि गांव में पेय जल का भाव भीषण संकट है गांव में लगे हैंडपंप खराब पड़े हुए हैं। इसलिए नए हेड पंपों को लगवाए जाना आवश्यक है। उपस्थित किसानों ने एक सुर में कहा कि गांव में गौशाला बनवाई जाए। क्योंकि अन्ना जानवरों ने किसानों का जीना मुश्किल कर दिया है। किसान अनुराग सिंह ने बताया कि गांव में हाल में ही विद्युत विभाग की लापरवाही के चलते एक किसान की मौत हो गई। और यदि विभाग ने मृतक के परिजनों को मुआवजा नहीं दिया गया तो किसान विभाग के खिलाफ उग्रआंदोलन चलाएंगे। बुंदेलखंड अध्यक्ष नारायण सिंह परिहार ने कहा कि विद्युत विभाग बैंक ब्लॉक कार्यालय लेखपाल सहित आदि विभागों में दलालों का जमकर बोलबाला है। बिना सुविधा शुल्क के किसानों के कोई काम नहीं होते हैं। पंचायत में पहुंचे एसडीओ विद्युत मऊरानीपुर ने किसानों की समस्याओं को सुना और किसानों ने बिजली की समस्याओं के निस्तारण करने के लिए उन्हें ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर एसडीओ ने गांव के किसानों के घरों के ऊपर से निकली 11 हजार की लाइन व हटवाए जाने एवं जर्जर विद्युत लाइनों को शीघ्र बदलवाये जाने का आश्वासन दिया। पंचायत में भरत यादव, रामाधार निषाद, हरीश चंद्र मिश्रा, पी एन द्विवेदी, प्यारेलाल बेधड़क, विजेंद्र शर्मा, हरिदास, भगवानदास तहत सैकड़ों किसान उपस्थित रहे।।
मऊरानीपुर-झाँसी- क्या योगी राज में गरीब मुसलमान हो ना गुनाह है, देखिए भाजपा जिलाध्यक्ष की ज्यादती।
मऊरानीपुर से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने भाजपा की साख को बट्टा लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इस मामले में जिलाध्यक्ष ने अपनी जाति के लोगों को शह देते हुए गरीब पात्र महिला का सरकारी मदद से बनने वाले घर पर रोक लगवा दी।
सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास वाली सरकार की मंशा हर किसी को एक समान अधिकार और सभी को बराबरी का दर्जा देना है। लेकिन प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री की मंश तभी कारगार साबित होगी जब उनकी पार्टी के नुमाइंदे और सरकार तंत्र ईमानदारी से अपना काम करेगा। वैसे भी गिने चुने पात्र लोगों को सरकारी लाभ मिलता है लेकिन उसपर भी अगर किसी भूमाफिया या सत्तादल के नेता की बुरी नज़र पड़ जाये तो पात्र व्यक्ति को भी अपना घर बनाने में मुसीबतें आ जाती हैं। मामला झाँसी के मऊरानीपुर का है जहां मुहल्ला नेहरुनगर में रहने वाली शबीना नाम की पात्र महिला को आवास के लिए सरकारी मदद मिली थी। लेकिन जैसे ही कच्चे मकान को तोड़कर महिला ने पक्का घर बनवाने के लिए नींव रखी कि क्षेत्र के भमाफियाओं द्वारा अपने चहेते नेता भाजपा जिलाध्यक्ष को फोन किया गया जिसपर अध्यक्ष जी द्वारा पुलिस को फोन करके निर्माण कार्य रुकवा दिया गया। हालांकि यह मामला करीब डेढ़ माह पुराना है। इसके बाद जब प्रशासन द्वारा मकान की पात्रता की जांच की गई तो पात्र को सही पाया गया। इसके बाद बार बार मजदूरी करने वाली महिला शबीना को पुलिस द्वारा काम करने से रोक दिया गया। चूंकि पुलिस को फोन पर हर बार यह कहा जाता कि मकान बनाने से विवाद की स्थिति पैदा हो रही है जिसको ध्यान में रखते हुए पुलिस अपना काम करती। इस वेवजह की कार्यवाही से परेशान होकर पीड़िता हर पुलिस से लेकर जिलाधिकारी के पास तक गुहार लगाने पहुंची लेकिन जिलाध्यक्ष जी का हस्तक्षेप होने की वजह से महिला को कोई राहत नहीं मिली।
मामले की सच्चाई को जानने के लिए हमारी टीम जांच अधिकारियों से मिली जिसमें पता चला कि क्षेत्र के दो भूमाफिया पात्र महिला को उसका मकान बनाने नहीं दे रहे। यह दोनो जिलाध्यक्ष के जाति के लोग हैं जो जिलाध्यक्ष के करीबी होने का फायदा उठाते हैं। और जब भी क्षेत्र का कोई भी व्यक्ति अपनी जमीन पर निर्माण कार्य करवाता है तो कुछ ना कुछ अड़ंगा लगाकर कार्य रुकवा देते हैं और फिर उनसे कार्य शुरु कराने के एवज में रुपयों की मांग करते हैं। यहां भी उन भूमाफियाओं ने भाजपा जिलाध्यक्ष का सहारा लेकर पीड़ित महिला को परेशान किया। जांच अधिकारियों ने महिला को उसकी जमीन का मालिक भी बताया और सरकारी योजना का पात्र भी।
हमारी इस मामले में एक समाजसेवी महिला से भी बात हुई जिसने बताया कि उसने जिलाध्यक्ष को इस बारे में फोन किया था लेकिन जिलाध्यक्ष ने पात्र को अपात्र बताते हुए उसकी कोई मदद से इनकार कर दिया। आरोप यह भी लग रहे हैं कि महिला मुस्लिम है और इसीलिए जिलाध्श्क्ष ने अपने समाज के गलत लोगों का समर्थन किया जबकि पात्र का मकान बनने से रोक दिया। इस बारे में हमने अपने स्टूडियो से ही जिलाध्यक्ष जी से बात की तो उन्होने यह स्वीकार किया कि उन्होने इस कार्य को रोकने के लिए पुलिस को फोन किया था। साथ ही इस बात का कारण जानना चाहा तो वह खुद को सही ठहराते हुए यह कहने लगे कि उन्होने इसलिए फोन किया था कि पुलिस जांच करे और जिसकी जमीन हो उसे मकान बनाने दिया जाये। - हालांकि कहीं कोई परेशानी नहीं थी जिस महिला को मकान के लिए सरकारी योजना का लाभ मिला था वह पूरी तरह पात्र थी लेकिन भाजना नेता की दखलअंदाजी की वजह से एक मजदूरी करने वाला परिवार अपने अधूरे पड़े मकान की छत भी नहीं डलवा सका। बल्कि उसके पास जो पैसे थे वह पैसे वो डेढ़ महिने की भगदौड़ में खर्च कर चुकी है। इस घटना से यह तो स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री चाहे जिनता सबके विकास ओर विश्वास की बातें कर लें उनके चंद नेता उनकी इस मंशा को कभी पूरा नहीं होनें देगें। इस मामले में यह भी तय है कि जिलाध्यक्ष ने अपने समाज के लोगों के कहने पर एक गरीब को प्रताणित किया। पुरानी सरकारों पर भी अपनी जाति व समाज के लोगों को बढ़ावा देने का आरोप लगता था और आज भाजपा के नेता भी यही करते नज़र आ रहे हैं। सरकार चाहे जितने भी दावे कर ले लेकिन ऐसे नेताओं की वजह से पार्टी की साख को बट्टा तो लगता ही है।


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