घुवारा // बान सुजारा बांध परियोजना के जल से ग्रामीणों के कंठ तर होनें में अभी और बक्त लग सकता है। प्रशासनिक व जनप्रतिनिधियों की उदासीनता से 120 गांव में पेयजलापूर्ति की महत्वाकांक्षी योजना का कार्य पूर्ण नहीं हो सका। योजना अनुसार बडामलहरा व घुवारा तहसील के 26 हजार परिवारों को पेयजल उपलब्ध कराए जानें की योजना पर कार्य किया जा रहा हैं। बताया जाता है कि, असमाजिक तत्वों द्वारा जगह जगह पाइप लाइन खुर्द-बुर्द की जा रही है और चोर वॉल्व तथा अन्य कीमती सामान चोरी कर रहे है।
छतरपुर टीकमगढ जिले की सीमा से गुजरी धसान नदी पर बान-सुजारा परियोजना अंतर्गत 107 करोड की लागत से बांध निर्माण काराया गया है। योजना अनुसार टीकमगढ जिले की जतारा, पलेरा, बल्देवगढ सहित 5 तहसीलों के किसानों को खेतों की सिचाई के लिए पानी दिया जा रहा हैं। योजना से हजारों हेक्टेयर भूमि में फसलें लहरानें लगी है। बडामलहरा बि.खं. क्षेत्र में पेयजल समस्या को हल करनें की दृष्टि से बान सुजारा-परियोजना को ग्रामीण जलप्रदाय योजना से जोडा गया और वर्ष 2017-18 में 1.87 करोड की योजना तैयार कर बडामलहरा बि.खं. क्षेत्र के 120 गांव में पेयजल आपूर्ति योजना पर काम शुरु कर किया गया। परंतु 3 वर्ष का समय गुजरनें के बाद भी बृहद योजना का काम पूरा नहीं हो सका। योजना की लेट लतीफी में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की बडी उदासीनता सामने आ रही है।
26 हजार परिवारों का जल संकट दूर होगा
निर्माण कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर देवनाथ मंडल ने कहते है कि, ग्रामीण जल प्रदाय योजना अंतर्गत बडामलहरा व घुवारा तहसील के करीब 26 हजार परिवार लाभांवित होगें और क्षेत्र से हमेशा के लिए एक बडा जल संकट दूर होगा। वह बताते है कि, योजना के तहत कार्य पूर्ण हो चुका है। लाइन टेस्टिंग के बाद सिजवाहा, वीरों, बमनीघाट, बन्न, हदौलपट्टी, पनया, सिमरिया आदि गांव में पेयजलापूर्ति भी शुरु की जा चुकी है। योजना से अभी करीब 6 हजार परिवार लाभांवित हो रहे हैं। बान-सुजारा ग्रामीण जल प्रदाय योजना क्षेत्र के लिए एक बडी सौगात है और स्थानीय लोगों को महत्वाकांक्षी योजना में सहयोग करना चाहिए। प्रशासन व जनप्रतिनिधियों के उदासीन रवैया के कारण यह बडी योजना क्षेत्र में पूर्ण रूप से संचालित करनें में समय लग रहा है।
25 टंकियां बनकर तैयार
ग्रामीण क्षेत्र में विधिवत जलापूर्ति के लिए अनेक गांव में टंकियां बनकर तैयार हो चुकी है इन टंकियों में वान-सुजारा बांध का पानी फिल्टर होकर पहुंचेगा। यहाँ से सब लाइन के माध्यम से आसपास के गांव में पानी सप्लाई होगा। सिमरिया, बूदौर, बंधा-चदौली, हरदौल पट्टी, वीरों, सिजवाहा, बमनी, बन्न, भोंयरा, रिछारा, धनगुवां, अमरवां, पनयां, मैलवार, कनेरा, महारजगंज, बिजाक, बमनौराकलां, हलावनी, वारों, सूरजपुरारोड, सडवा, पगरासपुरा, जसगुवाकला, तथा खटोला गांव में पानी की टंकियां बनकर तैयार हो चुकी है।
निर्माण कंपनी को लाखों की चपत
वर्ष 2017 में योजना पर काम शुरु हुआ था और जून 2019 में निर्माण कार्य पूर्ण कर योजना सुचारु रूप से शुरु की जा प्रस्तावित थी। असहयोगात्मक रवैया से योजना जल निगम को अभी तक हस्तांतारित नहीं हो पाई। बताया जाता है कि, ग्रामीण पाइप लाइन को तोड रहे है और पानी का उपयोग खेतों की सिचाई में कर रहे है ऐसे में योजना का उद्देश्य पूरा नहीं हो पा रहा है। साथ ही असमाजिक तत्वों ने बमनी,बरेठी, भोंयरा, हरदोलपट्टी, महाराजगंज कलस्टर से पाइप लाइन में लगे गेट वॉल्व, एयर वॉल्व सहित अन्य कीमती सामान भी चोरी कर लिया। चेम्बर खुलनें से जगह जगह पानी लीकेज हो रहा है ऐसी स्थित में विधिवत योजना संचालित करनें में 5 महीनें तक का समय लग सकता है। महाराजगंज मार्ग स्थित बिलाई, बिजाक, कुडी चेनपुरा मार्ग सहित 30 नग से अधिक एयर वॉल्व, गेट वॉल्व गायब हो गए यहाँ तक कि, 3 हजार हैंड पोष्ट भी गायब हो गये। कंपनी को मानें तो 10 लाख रुपये की संपत्ति चोरी हो चुकी है।
गेटवॉल सहित 2 चोर गिरफ्तार
एलएनटी कंपनी कर्मी विश्वजीत वर्मन की रिपोर्ट पर 7 माह पूर्व बडामलहरा एवं भगवां थाना पुलिस ने अज्ञात चोरों के विरुद्ध मामला दर्ज किया है। विश्वजीत वर्मन की रिपोर्ट अनुसार भगवां व बडामलहरा थाना से अभी तक 30 वॉल्व चोरी हुऐ है। रिपोर्ट पर भगवां थाना पुलिस ने सुनील अहिरवार निवासी बंदेलनखेरा व संपत यादव निवासी बकस्वाहा को 2 वॉल्व सहित गिरफ्तार किया परंतु बडामलहरा पुलिस थाना ने मामले में गंभीरता नहीं दिखाई लिहाजा चोरों के हौसलें बुलंद है और वह योजना को लगातार क्षति पहुंचा रहे है।
योजना एक नजर में
बान सुजारा, ग्रामीण जल प्रदाय योजना बि.खं. बडामलहरा
स्वीकृत वर्ष- 2017-18
निर्माण ऐजेंसी – जल निगम
लागत – 1.87 करोड रुपये
लाभांवित गांव – 120
लाभार्थी परिवार- 26 हजार
फिल्टर प्लांट – 1
इंटेक बेल – 1
पानी टंकी निर्माण- 25
0 टिप्पणियाँ