डम्फर की रॉयल्टी की आड़ में खूब धमाचौकड़ी कर रहे हैं ट्रैक्टर ट्रॉली



रेत माफियाओं ने निकाला रास्ता, डम्फरों से बालू डलवा कर ट्रैक्टर ट्रॉलियों द्वारा कर रहे अवैध शिफ्टिंग
रिपोर्ट रितेश मिश्रा न्यूज़ 17 टहरौली

टहरौली (झाँसी) -  टहरौली क्षेत्राधिकारी एवं थानाध्यक्ष टहरौली के द्वारा बालू माफियाओं के खिलाफ चलाये गये अभियान के बाद खनन माफियाओं की कमर टूट से गयी है और क्षेत्र में बालू का अवैध खनन लगभग समाप्त हो गया है । क्षेत्र में अगर कहीं अवैध खनन करने की कोशिश भी की गयी है तो खनन माफियाओं के खिलाफ कठोर दमनात्मक कार्यवाही की गयी है । और उनके खिलाफ तर्क संगत धाराओं में मामला दर्ज करके कार्यवाही की गयी है । पुलिस के एक्शन मोड़ में आने के कारण बालू माफियाओं का सिस्टम चरमरा सा गया था । जिसके बाद काफी समय से शान्त बैठे रेत माफियाओं ने बालू चोरी का एक नया नायाब रास्ता अपना लिया है ।

बालू माफियाओं द्वारा रॉयल्टी से लदे हुये डम्फरों और ट्रैकों द्वारा सुरक्षित स्थानों पर बालू का भंडारण किया जाता है और उस डम्प की हुयी बालू को ट्रैक्टर ट्रॉलियों में भर कर ऊँचे दामों में बेच दिया जाता है ।

एक सूत्र द्वारा बताया गया कि क्षेत्र में अधिकांशतः तहसील के ही शमशेरपुरा बालू घाट से डम्फरों में बालू लायी जाती है । पहले चक्कर पर हम लोग बालू की रॉयल्टी लेते हैं और वह रॉयल्टी ललितपुर तक के लिये या इंदौर तक के लिये ले लेते हैं जिससे हम लोगों को लगभग 12 से 24 घण्टे का समय मिल जाता है । पहले चक्कर के बाद हम लोग बिना रॉयल्टी (एनआर) के बालू भरवाते हैं । व्यक्ति द्वारा बताया गया कि एक रॉयल्टी पर आसानी से टहरौली तक के 3 से 4 चक्कर लग जाते हैं । सूत्र द्वारा बताया गया कि अगर बीच में किसी अधिकारी द्वारा डम्फर के प्रपत्र चेक कर लिये जाते हैं और उस पर अपने हस्ताक्षर कर दिये जाते हैं तो फिर अगले चक्कर में पुनः दूसरी रॉयल्टी लेनी पड़ती है । 

ज्ञात हो कि टहरौली क्षेत्र में किसी भी व्यक्ति के पास बालू के डम्प का कोई लाईसेंस नहीं है । और कोई भी व्यक्ति डम्प से बालू बेचने के लिये अधिकृत नहीं है । जब कभी अधिकारियों द्वारा इन्हीं डम्प के स्थानों से लाई गयी लदी बालू के ट्रैक्टरों को रोका जाता है तो वह डम्फर की रॉयल्टी दिखाने लगते हैं ।

क्या कहते हैं क्षेत्राधिकारी टहरौली हरिराम यादव -
जहां से भी रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन की सूचना मिलती है, वहां पर कार्रवाई की जाती है । कई बार अवैध कारोबारियों को टीम के आने की सूचना मिल जाती है जिससे वे भाग जाते हैं । लुहरगांव, कलौथरा, बरौल, पथरेडी आदि स्थानों पर ताबड़तोड़ छापों से अवैध खनन पूरी तरह रुक गया है और भविष्य में ऐसे सभी स्थानों पर कार्रवाई लगातार जारी रहेंगी । 

क्षेत्राधिकारी टहरौली हरिराम यादव से जब इस विषय में बात की गयी तो उन्होंने कहा कि मुझे भी इस तरह की सूचना मिली है । बालू से लदे हुये डम्फरों और ट्रैकों को रोक कर उनके प्रपत्रों की जाँच की जाती है उनकी रॉयल्टी पर हस्ताक्षर कर दिये जाते हैं जिससे वह उस रॉयल्टी का उपयोग दूसरी बार न कर सकें । 

क्षेत्राधिकारी टहरौली द्वारा बताया गया कि डम्फरों की रॉयल्टी पर ट्रैक्टर ट्रॉलियों द्वारा बालू का परिवहन पूरी तरह से अवैध है । अगर कोई व्यक्ति डम्फर की रॉयल्टी पर बालू डम्प करके ट्रैक्टर ट्रॉली द्वारा बालू शिफ्ट करते हुये पकड़ा गया तो उसके ट्रैक्टर ट्रॉली को पकड़ कर खनन एवं परिवहन की तर्क संगत धाराओं में मामला दर्ज करके कठोरतम कार्यवाही की जायेगी । 

उन्होंने बताया कि डम्फर की रॉयल्टी पर ट्रैक्टर ट्रॉलियों द्वारा बालू की शिफ्टिंग पूरी तरह से अवैध एवं अनाधिकृत है । पकड़े जाने पर किसी भी सूरत में छोड़ा नहीं जायेगा ।
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