बड़ामलहरा। मकर संक्रांति पर्व पर हजारों श्रृद्धालुओं ने श्यामरी नदी, अर्जुंकुंड, काठन नदी में आस्था भरी डुबकी लगाई वहीं सिद्ध क्षेत्र भीमकुंड में स्नान किया। मकर संक्रांति पर्व पर जगह जगह मेला आयोजित किऐ जाते हैं परंतु इस बार प्रशानिक अनुमति नहीं मिली फिर भी धार्मिक क्षेत्रों खासी भीड रही और आस्था भरी डुबकी लगाकर सूर्य को अर्ध दिया।
कोविड-19 को ध्यान में रखते हुऐ प्रशासनिक तौर पर मकर संक्रांति पर मेला आयोजन की अनुमति न मिलनें से बकस्वाहा बि.खं. अंतर्गत सिद्ध क्षेत्र भीमकुंड में मेला का आयोजन नहीं किया गया वावजूद इसके हजारों श्रृद्धालु यहाँ पहुंचें और मकर संक्रांति पर्व पर स्नान किया। भगवान शिव की आराधना कर, दान पुन्य किया। कंचन जल राशि से भरे अथाह कुंड में श्रृद्धलुओं को इस बार भी डुबकी लगानें नहीं मिली। यहाँ आने वाले लोगों ने गुफा के अंदर प्रवेश कर कुंड में भरे अथाह नीलमा युक्त कंचन जल कुंड के दर्शन किऐ। प्रशानिक निर्देश पर कुंड के चारों ओर जाली लगाकर बंद किया गया है। ट्रस्ट द्वारा नल और मोटर पंप द्वारा नहाने की ब्यवस्था अलग से की गई है। बताया जाता है कि, मकर संक्रांति पर सुबह से ही श्रृद्धालुओं का तांता लगाना शुरु हो गया था और धार्मिक क्षेत्र पर करीब 20 हजार लोगों ने पर्व स्थान किऐ। भीमकुंड मेला बुंदेलखंड का चर्चित मेला है और मकर संक्रांति पर्व पर यहाँ हजारों की संख्या में लोग आते है और प्राकृतिक कुंड के साथ साथ प्राकृति व मेला का आनंद लेते हैं। यह पहला मौका है जब यहाँ मेला का आयोजन नहीं हुआ। कोविड-19 को दृष्टिगत रखते हुऐ प्रशासन ने मेला आयोजन की अनुमति प्रदान नहीं की। मेला के नाम पर सिर्फ छोटी छोटी दुकानें ही लगी थी।
अर्जुन कुंड में लगाई डुबकी
बडामलहरा अंतर्गत ग्राम पंचायत धनगुवां स्थित अर्जुनकुंड में करीब 2 हजार लोगों ने मकर संक्रांति पर्व पर कुंड में डुबकी लगाई। बताया जाता है कि, मकर संक्रांति पर्व पर यहाँ एक दिवसीय मेला का आयोजन किया जाता है परंतु यहाँ भी मेला आयोजित नहीं हुआ। श्रृद्धालुओं ने कुंड में डुबकी लगाई और भगवान शिव को जल अर्पित किया।
श्यामरी व काठन में पर्व स्नान
स्थानीय बि.खं. स्थित ग्राम सेंधपा अंतर्गत सिद्ध क्षेत्र कुडीधाम में डेढ हजार लोगों ने मकर संक्रांति पर्व पर नदी में स्नान किऐ। आसपास के क्षेत्र में कुडी धाम की ख्याति है और प्रत्येक वर्ष मकर संक्रांति पर्व पर यहाँ मेला का आयोजन किया जाता है। ग्राम पंचायत की ओर से मेला में दुकानदारों को सुविधाऐं मुहैया कराई जाती हैं। श्यामरी नदी किनारे स्थित सिद्ध क्षेत्र कुडी धाम में भी मेला आयोजन के निर्देश नहीं है लेकिन श्रृद्धालुओं ने आस्था पूर्ण नदी में डुबकी लगाई और सुबह से शाम तक लगनें वाले मेला का जमकर आनंद उठाया बच्चों व महिलाओं ने मेला में खरीददारी भी की। इसी प्रकार मकर संक्रांति पर्व पर लोग ग्राम पंचायत देवरान पहुंचे और यहाँ से गुजरी काठन नदी में स्थान के बाद दिन भर मेला का मजा लिया।
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