कोरोना संकट के समय किसानों ने जिस उम्मीद और विश्वास के साथ खेतों में फसल को तैयार किया था फसल आने के पहले ही बारिश ने सब कुछ तबाह कर दिया और सैकड़ों किसानों के खेतों में खडी तिली और उरदा की फसल बारिश के चलते खराब हो गई है जिससे किसानों को हजारों रुपए की क्षति हो गई है और किसानों के अरमान अधूरे रह गए हैं।
बताते चलें कि जतारा अनुभाग में बारिश के चलते किसानों की फसलें खराब हो गई है जिससे किसानों को हजारों रुपए की क्षति हुई है एक तो किसान पहले से ही सूखा और इस समय कोरोनावायरस संकट की घड़ी में परेशानियों के दौर से गुजर रहे हैं किसानों को बड़ी उम्मीद थी कि रबी मौसम में उरदा मूंग सोयाबीन तिली आदि की फसल अच्छी होगी तो किसान अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार लाएंगे लेकिन ऊपर वाले को कुछ और ही मंजूर था बैरवार के जनपद अध्यक्ष लखन सिंह दांगी एवं किसान हज्जू रैकवार सुरेश दीक्षित
ब्रिजा रजक निवासी बैरवार ने बताया कि इस बार कृषि विभाग से ऊर्जा और तिली का बीज लिया था एक तो फसल में फल ही कमाया था और जब बारिश अधिक हो गई तो फसल खराब हो गई जैसे हजारों रुपए की छाती हो गई है इसी प्रकार ग्राम सागर वाला किसान लाल प्रताप सिंह मंगल विश्वकर्मा छोटे अहिरवार काकनपुरि के लक्ष्मी यादव रहीश यादव बमोरी कला के शिशुपाल सिंह परिहार कल्याण सिंह चंदेल रामकिशन कुशवाहा आदि ने बताया कि बारिश के चलते हंसने खराब हो गई है आर्थिक संकट की स्थिति है ऐसी स्थिति में किसानों ने आर्थिक सहायता की मांग जिला प्रशासन से की है।
जतारा से पुष्पेंद्र सिंह परिहार रिंकू की रिपोर्ट
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