*प्रशासन नहीं करा पा रहा ग्राम भदौरा में पक्की सड़क निर्माण का कार्य।*

 राजाराम साहू ग्रामीण ब्यूरो छतरपुर

*वर्षो से पक्की सड़क की आस संजोय राह देख रहे ग्रामीण*
घुवारा--विकासखंड बड़ामलहरा अंतर्गत ग्राम पंचायत बम्होरी खुर्द के ग्राम भदौरा जहां पर 3 वार्ड हैं 253 मतदाता है जिनमें152 महिलाएं एवं 101 पुरुष हैं लगभग 750आबादी है ग्राम भदौरा में आदिवासी वर्ग 40%है30% यहां पर हरिजन है व 30% सामान्य वर्ग निवासरत है यहीं पर निवासरत ग्रामीण बताते हैं कि ग्रामीण लगातार पक्की सड़क को लेकर मांग उठाते रहे हैं  एवं ग्रामीण बताते हैं कि वरिष्ठ अधिकारियों को लगातार आवेदन दिए जाते रहे हैं व विभिन्न माध्यमों से ग्रामीण अपनी बात वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचाते रहे हैं लेकिन अपेक्षित परिणाम नहीं मिला

हालांकि शासन द्वारा बीते कुछ वर्ष पहले ही ग्राम को मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत 42.88लाख   की लागत से पैकेज क्रमांक 804पर मैसर्स गुरु कंस्ट्रक्शन कंपनी को निर्माण कार्य का ठेका दे दिया गया था अबार माता पहुंच मार्ग से भदौरा जोड़े जाने का प्रयास किया जा चुका है जिसकी दूरी 2 कि.मी. 700 मीटर निर्माण कार्य ठेके पर दे दिया जा चुका है लेकिन मौके पर हालात कुछ और हैं ग्राम हलावनी के राम सिंह पिता पर्वत सिंह शिवदयाल पिता गणपत यादव सरजू पिता पन्नालाल यादव मोजी  पिता  जोरावल 
सीताराम पिता जानकी घापल पिता मथुरा रमेश पिता नथुआ जालम  आदि अनेक किसानों की स्वयं की जमीनै इस पहुंच मार्ग के बीचो बीच निजी जमीन होने के कारण किसानों द्वारा ठेकेदार का विरोधाभास (अवरोध) कर रोड का निर्माण  कार्य उसी समय बंद करा दिया था वही बताया जा रहा है की एक बार प्रशासनिक अमला भी ठेकेदार की मदद के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आया था लेकिन मौके पर निर्माण कार्य शुरू नहीं कराया जा सका क्योंकि हलावनी के ग्रामीणों की माने तो प्रशासन द्वारा ना तो किसानों को उनकी जमीनों का मुआवजा दिया गया था और ना ही उन्हें पूर्व समय कोई नोटिस देकर अवगत कराया गया था और ना ही किसानों को उनके मुआवजा संबंधी कोई ठोस आश्वासन मिला जिससे किसानों के विरोधाभास किए जाने पर आज दिनांक तक मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना फाइल में दफन हो गई है निर्माण रुका हुआ है ग्रामीण क्षेत्र के सामान्य क्षेत्र के 500 आवादी और आदिवासी क्षेत्र के 250 से भी कम आबादी वाले राजस्व ग्रामों में ग्राम सड़क बनाने के लिए वर्ष 2010 -11 मैं मुख्यमंत्री सड़क शुरू की गई थी इसके अंतर्गत 2013 तक ऐसे सभी ग्रामों को बारहमासी सड़कों से जोड़े जाने का लक्ष्य निर्धारित हुआ था लेकिन यहां इस योजना को बट्टा लगता नजर आ रहा है  ग्राम भदौरा के लोग पक्की सड़क से आज भी वंचित हैं  ग्राम के प्राथमिक शाला भदौरा में पदस्त शिक्षिका किरण विश्वकर्मा द्वारा बताया गया की बारिश के मौसम में कोई व्यक्ति बीमार हो जाने की स्थिति में चार पहिया वाहनों का आवागमन अवरोधित रहता है एवं ग्राम भदौरा में ही पांचवी तक संचालित साला मैं पढ़ने के बाद बच्चे जैसे ही छठवीं कक्षा पहुंचते हैं माध्यमिक शाला हलावनी के लिए पहुंच मार्ग नहीं है एवं माध्यमिक शाला सेवार के लिए पहुंच मार्ग नहीं है जिससे ज्यादातर बच्चे पांचवी तक पडाई कर पढ़ाई छोड़ने के लिए मजबूर रहते हैं जिससे भदौरा ग्राम की शिक्षा व्यवस्था पर बहुत बुरा असर जा रहा है जिसका खामियाजा आगामी पीढ़ी को भुगतना  पड़ेगा इसके लिए मैं बहुत चिंतित हूं एवं शासन से अपील करती हूं कि शीघ्र ही ग्राम भदौरा के लिए किसी भी मुख्य मार्ग से जोड़ा जाए


*इनका क्या कहना है बम्होरी खुर्द सरपंच*
श्रीमती हल्ली अहिरवार ग्राम भदौरा के लिए मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना से जोड़े जाने बाबत वरिष्ठ अधिकारियों को मेरे द्वारा व ग्रामीण जनों के द्वारा अनेकों आवेदन प्रस्तुत किए गए हैं लेकिन वरिष्ठ अधिकारीयों द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा एवं सरपंच होने के नाते मेरे ऊपर ग्रामीण जन लगातार दबाव बना रहे हैं इस समस्या को लेकर मैं भी काफी परेशान हूं काफी गंभीर हूं



आसपास के ग्रामों में ग्रामीणों की चर्चाओं में है यह विषय

क्या हो सकता है समाधान

 ऐसी स्थिति में शासन के सामने दो समाधान खुल जाते हैं (1)
यह की मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत ग्राम भदौरा को डोगरपुर से जोड़ा जा सकता है
(2) यह कि भदौरा से सेवार जोडा जाना जो की भदोरा से 4 कि मी दूर स्थित ग्राम सेवार है जिसमे 4 किलोमीटर निर्माण कराया जाना है
ग्राम भदौरा से 2 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम डोंगरपुर है जहां तक मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत ग्राम डोंगरपुर तक डामरीकरण  पूर्व समय से निर्मित है इन दोनों ग्रामों के बीच की दूरी 2 किलोमीटर है  जिस दूरी पर इसी दशक में मुरमीकरण हुआ था जो कि वर्तमान में पगडंडी नुमा है जिसमें से कुछ रास्ते पर का आधा अधूरा निर्माण सिंचाई विभाग द्वारा करा दिया गया और पुनः मुरमीकरण करा दिया गया था जिसकी बीते वर्षों से मरम्मत नही हो पाने से पुनः रास्ता अस्त व्यस्त है जिस रास्ते पर  मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत ग्राम भदौरा को डोगरपुर ग्राम के डामरीकरण रोड को जोड़ते हुए अबार माता पहुंच मार्ग से जोड़ा जा सकता है जिससे डोगरपुर से अबार माता पहुंच मार्ग तक 3 किलोमीटर मार्ग डामरीकरण पूर्व समय से ही निर्मित  है उससे आधा किलोमीटर आगे चलकर मुख्य हाईवे टीकमगढ़ सागर रोड से जुड़ा हुआ है एवं उक्त रोड पर किसी व्यक्ति विशेष की स्वयं की जमीन नहीं है ना ही किन्ही किसानों की जमीन रोड की चपेट में आ रही है जिससे प्रशासन को भी निर्माण कार्य कराने में कोई समस्याएं नहीं आना चाहिज कृषकों द्वारा किसी प्रकार के रोड़े अटकाने की संभावना नजर नही आ रही है

क्या है स्थिति वर्तमान चालू रास्ते की

भदौरा से सेवार की ओर जाने वाले रास्ते की दूरी लगभग 4 किलोमीटर है जोकि भदौरा से शुरुआत में ही प्रशासन के ध्यान न दिए जाने पर सरकारी आम रास्ते पर धीरे-धीरे कब्जा अतिक्रमण कर ग्रामीणों द्वारा मकान बना लिए हैं जिससे सेवार की ओर जाने वाला शासकीय मार्ग भी अवरुद्ध हो गया है जिस मार्ग पर गोविंद यादव हलावनी अमान सिंह पिता लाखन सिंह भदौरा कि स्वयं की भूमि पर खेत में से होकर तत्कालीन तहसीलदार त्रिलोक पोशाम एवं स्थानीय पुलिस की मदद से अस्थाई रूप से रास्ता खुलवाया गया है जो कि किसानों की स्वयं की जमीन होने के कारण किसी भी समय बंद किया जा सकता है यह बहुत ही गंभीर और चिंता का विषय है।

इनका कहना--आपके द्वारा जानकारी प्राप्त हुई है।मैं कल ही ग्राम पंचायत के  सरपंच एवं सचिव से इस सम्बंध में बात करता हूं। और पूरे मामले को जानने के बाद पता करूँगा कि किन कारणों के चलते पक्की सड़क का निर्माण अब तक नहीं हो पाया है।उसके बाद जल्द समस्या का हल निकाला जायेगा।
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