• घटना में प्रयुक्त इंडिको गाड़ी, तीन मोबाईल एवं एक डंडा जप्त ।
संपादक देवेश गुप्ता 9140806531
पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया ने बताया कि दिनांक 16.01.19 को थाना प्रभारी बम्होरी कला को सूचना मिली थी कि बम्हौरी कला –जतारा मुख्य मार्ग पर वामना तिगैला के पास सड़क के किनारे एक अज्ञात व्यक्ति का शव जूट के बोरे में बंद डला है । सूचना पर थाना प्रभारी बम्होरी कला द्वारा घटना स्थल पर अपने स्टाफ के साथ पहुंचकर सूचना की तस्दीक की ।
थाना प्रभारी द्वारा सूचना प्राप्त होने पर स्वयं पुलिस अधीक्षक, एस.डी.ओ.पी जतारा प्रदीप सिंह राणावत, एफ.एस.एल टीम के साथ घटना स्थल पहुंचे थे । घटना स्थल को देखकर ही स्पष्ट हो रहा था कि आरोपी द्वारा घटना को कही और अंजाम देकर साक्ष्य छिपाने की नियत से मृतक की लाश को यहां लाकर फैंक गया । एफ.एस.एल टीम ने भी शव को देखकर इस बात की पुष्टि की थी कि घटना करीब 30 से 32 घण्टे पहले की है ।
दौरान तस्दीक मृतक के परिवार जन थाना रिपोर्ट करने आ रहे थे, जिनहे स्थानीय लोगो से जानकारी मिली की एक व्यक्ति का शव वामना तिगैला के पास सड़क के किनारे डला है जो उसके परिजन घटना स्थल पर पहुंचे जिनके द्वारा मृतक के कपड़ो और लाश को देखकर उसकी पहचान अपने लड़के जयकुमार अहिरवार पुत्र किशोरी अहिरवार उम्र 22 वर्ष निवासी पचौरा थाना बम्होरी कला के रुप में की थी ।
चूंकि घटनास्थल के निरीक्षण से स्पष्ट रुप से मृतक के शव को बोरे में बंद कर फैकना पता चल रहा था साथ ही सिर में व शरीर मे चोटो के निशान दिख रहे थे आँखो के नीचे सूजन थी, स्पष्ट रुप से कहीं और हत्या कर मृतक के शव को साक्ष्य छिपाने की नियत से यहाँ पर डाल दिया गया है ।
थाना बम्होरी कला में मर्ग क्रं. 02/20 धारा 174 जाफौ का कायम कर धारा 302,201 भादवि के अंतर्गत अप.क्रं. 12/20 अज्ञात आरोपी के विरुद्ध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया ।
पुलिस अधीक्षक टीकमगढ़ द्वारा, इस Murder mystery को सुलझाने के लिए, एस.डी.ओ.पी जतारा प्रदीप सिंह राणावत के निर्देशन में थाना प्रभारी बम्हौरी कला उनि. विरेन्द्र पवार, चौकी प्रभारी कनेरा उनि.रशमी जैन एवं उनके स्टाफ की तीन टीमे तैयार की गई थी । जिनके द्वारा घटना के प्रत्येक पहलू पर अलग –अलग भौतिक और तकनीकी साक्ष्यो का संकलन किया गया ।
पुलिस टीम द्वारा जब मृतक के मोबाईल नम्बर की काल डिटेल निकलवाई गई । तब पुलिस को दो ऐसे नम्बर हांथ लगे जिन पर मृतक की लगातार काफी समय तक लम्बी बात हुई थी एवं घटना से कुछ देर पूर्व व घटना के सम्भावित समय से पहले भी दोनो नम्बरो में बातचीत होना प्रमाणित पाया गया ।
दोनो नम्बर बंद कर लिये गये थे, इन्ही दो प्रथम संदिग्ध नम्बरो के बारे में पुलिस का पता करना था साथ ही पुलिस अधीक्षक द्वारा दिये गये निर्देशो को जैसे सभी सी.सी.टी.वी व रास्ते जो इस घटनास्थल तरफ आते है इन सभी की रैकी की जाये लाश लगभग 2 से 4 बजे रात्रि को फैंकना पते में आ रही थी, इस समय खेतो में काम करने वाले व पानी देने वाले कृषको से भी पूंछतांछ की जावे ।
जब मृतक के मोबाईल नम्बर की काल डिटेल निकलवाई गई तो कई लड़कियो से उसकी बातचीत होना पता चला व शंका की सुई कुछ क्षणो के लिये ग्राम अनंतपुरा तरफ गई जहाँ की लड़िकयों से मृतक की बात होती थी ।
जब पचौरा ग्राम में मुखबिर तंत्र को लगाकर फीडबैक प्राप्त किया तो पता चला कि पूर्व में मृतक जयकुमार ग्राम पचौरा के ही राजेन्द्र सिंह राठौर के यहां टेक्टर चलाता था व उसकी लड़की के साथ बात करने पर जयकुमार को राजेन्द्र सिंह व दूसरे परिवारजन ने धमकाया था ।
चूंकि अभी तक की साक्ष्य व मृतक के चरित्र से स्पष्ट पता चल रहा था कि कहीं न कहीं घटना में लड़की का होने का आभास हो रहा था ।
सायबर सैल से जब इन संदिग्ध मोबाईल नम्बर धारको की जानकारी प्राप्त की गई तब ये नम्बर आरोपी घनेन्द्र सिंह पिता राजेन्द्र सिंह राठौर उम्र 22 साल निवासी पचौरा के नाम बताई गई ।
इससे पूरी कहानी स्पष्ट हो गई जब घनेन्द्र सिंह व राजेन्द्र सिंह को उठाकर इनसे पृथक-पृथक प्राप्त दस्तावेजी साक्ष्य व मोबाईल रिकार्ड को दिखाकर की गई तो अधिक समय तक टिक नही सके स्वेच्छा से इनके द्वारा पूरी घटना का खुलासा किया ।
आरोपी घनेन्द्र सिंह ने मृतक जयकुमार अहिरवार उसकी बहन के सम्बंध के बारे में बताया कि वह फोन से एक-दूसरे से बातचीत करते थे, जिसका पता उसे पूर्व में एक बार चलने पर मृतक जयकुमार को समझाया था पर वह नही माना व लगातार उसकी बहन से मोबाईल से बात करता रहा । मृतक जयकुमान ने स्वयं से बात करने के लिये आरोपी घनेन्द्र की बहन को एक सिम भी मुहैया कराई थी । उसको रिचार्ज भी वही करवाता था । घटना दिनांक की रात्रि करीब 12 बजे आरोपी घनेन्द्र सिंह अपने चाचा देवेन्द्र उर्फ दिब्बू के साथ घर लौटा था । चाचा के मकान के अंदर होते हुए पीछे के दरवाजे से आरोपी घनेन्द्र के घर में अन्दर जाने वाले दरवाजे पर जो पहले से लटका हुआ था उसके अंदर से आरोपी को फुसफुसाहट की आवज आई थी । जब घनेन्द्र ने कमरे के अंदर देखा तो जयकुमार अहिरवार आरोपी घनेन्द्र की बहन के साथ मे था । उसने तब मृतक के साथ मारपीट की अपने चाचा देबू को फोन लगाकर बुलाया व पास ही में पड़े बड़े डंडे से जयकुमार के सिर पर, हंसली में, हांथ, पैर, पीट में चोटे पहुंचाई जिससे मौके पर ही मृतक की मृत्यु हो गई तब चाचा देवेन्द्र उर्फ दिब्बू के साथ मिलकर घनेन्द्र ने मृतक के शव, जैकेट व जूते मौजे के साथ एक जूट के बोरे में बंद किया, इसी दौरान घनेन्द्र के पिता राजेन्द्र सिंह राठौर भी आ गया, उनके द्वारा भी घटना देखी किन्तु बताया नही । मृतक के शव को दिब्बू व घनेन्द्र ने अपनी इंडिगो कार नं. MP 19 CA 4687 में डालकर ग्राम बाबई, भगवंतपुरा, अनंतपुरा,पहाड़ी, कंजना, प्रतापनगर तिगैला से बम्हौरी के रास्ते होते हुए घटना स्थल पर डाल दिया गया । डंडे को गाड़ी की डिक्की मे ही छिपा रहने दिया । मृतक के दोनो मोबाईल एक उसका व दूसरा उसकी भाभी का अपने चाचा देवेन्द्र को नष्ट करने के लिये देना बताया ।
आरोपी घनेन्द्र सिंह के कब्जे से तीन मोबाईल एक आरोपी स्वयं का I TEL कम्पनी का दूसरा लाबा कम्पनी एवं तीसरा नोकिया कम्पनी का जप्त किया गया । आरोपी घनेन्द्र ने लावा और नोकिया मोबाईल की सिमे जलाना बताया, साथ ही घटना में प्रयुक्त कार इंडिगो जिसका नं. MP 19 CA 4687 को जप्त किया । अऩ्य आरोपी राजेन्द्र सिंह को भी गिरफ्तार किया गया , आरोपी चाचा देवेन्द्र उर्फ दिब्बू अभी फरार है ।
इस प्रकार पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया के तकनीकी कौशल ज्ञान एवं पूरे घटनाक्रम पर सतत् निगाह रखते हुए उनके निर्देशन में बम्होरी पुलिस द्वारा इस उलझे हुए अंधे कत्ल को बड़ी ही सूझबूझ व तकनीकी व भौतिक साक्ष्यो का विश्लेषण कर पते में लाया गया ।
पुलिस अधीक्षक श्री अनुराग सुजानिय द्वारा पूरी टीम थाना प्रभारी बम्होरी कला उनि. वीरेन्द्र पावर, चौकी प्रभारी उनि.रशमी जैन, थाना प्रभारी लिधौरा उनि. हिमांशु भिंडिया, उनि0 मयंक नगायच प्रभारी सायवर सेल, थाना बम्होरी कला स्टाफ सउनि. राजेन्द्र रावत, सउनि. रतीराम कौंदर, प्र.आर 81 रामपाल मिश्रा, प्र.आर 218 गोटीराम, प्र.आर. 27 काशीराम, आर.13 राजेश, आर.293 रोहित, आर. 406 रामप्रकाश, आर.350 कमल, आर.53 छोटेलाल, आर.174 चंदन, आर 492 नीरज, आर. 459 नीतू, आर. 587 राजीव, आर 516 दिपक, आर.156 शैलेन्द्र, आर.117 नरेन्द्र, महिला आर. 654 प्रियंका सिकरवार, महिला आर.655 प्रियंका शितौले, चौकी कनेरा स्टाफ आर.33 अमर सिंह परिहार, आर. 407 अभिनेष यादव, आर. 499 सुरेश अहिरवार, आर.116 तरुण गंधर्व,आर. 657 दारासिंह, आर. शम्भूदयाल (एस.ए.एफ), सैनिक किशन, दयाराम, नगर रक्षा समिती सदस्य वृन्दावन, धीरज, संजीव, वीरेन्द्र, राज, सद्दाम, ईमरान एवं सायबर सैल आर. रहमान आर0 मुकेश को पुरुस्कृत करने की घोषणा की ।
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