सेना के सम्मान में निकाली गई शौर्य सम्मान यात्रा, महिलाओं ने बढ़-चढ़कर लिया हिस्सा,


100फीट लंबे तिरंगे को हाथ में लेकर निकली महिलाओं ने शौर्य सम्मान यात्रा
 
निवाड़ी। जिला मुख्यालय पर सेना के सम्मान में महिलाओं के द्वारा शौर्य सम्मान यात्रा निकाली गई । जिसमें सामाजिक क्षेत्र एवं विविध संगठनों की सैकड़ों महिलाएं शामिल हुई। देशभक्ति से ओतप्रोत नारे लगाते हुए यात्रा निकाली गई। यात्रा का शुभारंभ 22 मई को शाम 5:00 बजे थाने के हनुमान मंदिर से हुआ जिसका समापन गांधी चबूतरा पर किया गया। यात्रा में महिलाओं ने 100 फीट लंबे तिरंगे को हाथों में लेकर शौर्य सम्मान यात्रा निकाली गई।जो नगर में आकर्षण का केंद्र रही। यात्रा का समापन गांधी चबूतरा पर  एक सभा आयोजित कर किया गया। जिसमें सभी महिलाओं ने सेना के सम्मान में अपने अपने विचार रखें। कार्यक्रम के दौरान सेना के पदाधिकारी को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया। शौर्य यात्रा में महिलाओं के शौर्य का प्रतीक रानीलक्ष्मी बाई की झांकी सजाई गई। जिसका सम्मान सभी महिलाओं ने माला पहन कर किया।कार्यक्रम का संचालन श्रीमती आशा रिछारिया के द्वारा किया गया। जिसमें उन्होंने सेना के सम्मान में स्वरचित कविताएं पढ़ी। जिसे सुनकर सभी महिलाएं भाव विभोर हो गई। सर्वप्रथम श्रीमती आभा चतुर्वेदी ने शौर्य सम्मान यात्रा को संबोधित करते हुए अपने उद्बोधन में  कहा कि 22 अप्रैल की वीभत्स घटना के बाद आतंकवाद की जड़े उखाड़ फेंकने के लिए भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया जिसकी  कार्रवाई ने आतंकवादियों को नस्तेनाबूद कर दिया ।इस आपरेशन ने पूरे विश्व में भारत का सम्मान बढ़ाया है। ऐसी भारतीय सेना की बहादुरी के आगे पूरा देश नतमस्तक होकर सम्मान कर रहा है। एक माह बाद उसी 22 तारीख को पूरे देश में भारतीय सेना के सम्मान में शौर्य सम्मान यात्रा निकाल कर किया जा रहा है। उद्बोधन के क्रम में श्रीमती अर्चना दीक्षित, श्रीमती कल्पना शर्मा श्रीमति सिद्धू दीदी, श्रीमती रजनी पांडे , श्रीमती अभिलाषा गुप्ता ने आतंकवाद के विरोध में अपने अपने विचार प्रकट किए। सेना के सम्मान में अपनी अपनी कविताएं पढ़ी ।जिसमें आतंकवादियों द्वारा 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम की घटना के विरोध में मे भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के द्वारा करारा जवाब दिया है।और पाकिस्तान में घुस कर आतंकवादियों का सफाया कर दिया। जिससे पूरे विश्व ने हमारे देश की महिलाओं के सिंदूर के सम्मान का लोहा माना है। इस ऑपरेशन की कमान भी भारतीय सेना की महिला अधिकारियों को सौंप गई थी। जिसको लेकर महिलाओं द्वारा भारतीय सेना के सम्मान में शौर्य सम्मान यात्राएं निकाली जा रही हैं। अंत में सेना के पदाधिकारियों का सम्मान अंग वस्त्र भेंट कर किया गया। शौर्य सम्मान यात्रा का आभार  महिला समन्वयक श्रीमती शीलम तिवारी के द्वारा किया गया।
Reactions

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

हमारे बारे में

DEVESH KUMAR GUPTA DIRECTOR NEWS 17TV