निबाड़ी(देवेश गुप्ता, आशीष प्रजापति)। बैसे तो पुलिस अधिकारियों द्वारा कानून का पालन कराये जाने और अपराधों की रोकथाम करने के क्षेत्र में ही कार्य किया जाता है लेकिन कुछ पुलिस अधिकारी ऐसे भी होते हैं जो अपने जुझारूपन और तरह तरह प्रयोग करके नई इबारत लिखने का कार्य कर दूसरे अधिकारियों के लिए प्रेरणास्रोत बन जाते हैं। ऐसा ही कुछ अलग हटकर कार्य करके निबाड़ी एसपी बाहिनी सिंह ने एक बार फिर दूसरे पुलिस अधिकारियों के लिए प्रेरणास्रोत बनने का कार्य किया है। निबाड़ी एसपी बाहिनी सिंह ने लोगो को जागरूक कर नशाखोरी और जुआ पर पाबंदी लगाने के लिए प्रेरित किया। इस प्रेरणा का लोगो पर जबरदस्त असर भी देखने को मिला। जिसके चलते कुछ गांबो में सामाजिक महापंचायत कर कुछ कठोर निर्णय लिए गए। उक्त संबन्ध में बात करने पर निबाड़ी एसपी बाहिनी सिंह ने बताया कि पुलिस द्वारा जुआ, शराबखोरी के चलते बढ़ते अपराधों के खिलाफ कार्यवाही तो की जाती है लेकिन इसमें प्रभावी रोकथाम न लगते देख लोगो को इस तरह के अपराधों की रोकथाम के लिए जागरूक करने का कार्य पुलिस द्वारा कराया जा रहा है। जिससे ग्रामीणजन स्वयं एकजुट हो रहे हैं। इसी के चलते शराब और जुआ से बर्बाद हो रहे परिवारों के लोगों ने एकजुट होकर सर्वसमाज के लोगों ने ग्रामीण स्तर पर महापंचायत की जिसमे शराबबन्दी और जुआ न खेलने का लिया फैसला लिया गया। साथ ही ये भी निश्चित किया गया कि अगर इसके बावजूद किसी ने भी जुआ या शराब का सेबन किया तो उसे क्रमशः 11 हजार और 5 हजार रुपये का अर्थदंड देना होगा साथ ही उस ब्यक्ति को समाज से भी बहिष्कृत किया जाएगा। इस तरह के सामाजिक फैसलों से जरूर रोक लगाई जा सकेगी। गौरतलब है कि दुमदुमा गांव के सैकड़ों लोगों की उपस्थिति में उक्त निर्णय तब लिया गया जब गांव के दर्जनों घर शराब, जुए की चपेट में आने के कारण बर्बादी की कगार पर पहुंच चुके थे। घर घर जुए व शराब की लत के लोग आदी हो गए थे और परिणाम स्वरूप लोगो के घरों की सुख शांति मानो ग्रहण सा लग गया था। जिसके चलते गांव के बुद्धिजीवियों के द्वारा यह महापंचायत की गई और इस तरह के कठोर निर्णय लिये गए ।


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